23 September 2016

शवासन विधि और लाभ

शवासन विधि और लाभ

shavasana vidhi aur labh in Hindi



शवासन यानी अपने शरीर को मुर्दे सामान बना लेना , इसलिए इसे शवासन कहते है।  इस आसन से हमें मानसिक शांति मिलती है और एकाग्रता बढ़ती है। 


विधि :

  • सबसे पहले एक आसन या चटाई बिछा ले। 
  • पीठ के बल लेट जाएं और दोनों पैरो में ज्यादा से ज्यादा अंतर रखे। 
  • दोनों हाथो को  शरीर से लगभग 6 -7 इंच दुरी से रखे। 
  • गर्दन सीधी रखे और आँखे बंद रखे। 
  • अब अपने पैर से कमर तक के भाग पर ध्यान दे और पैरो से कमर तक के भाग को ढीला छोड़ दे । 
  • अपने पेट , छाती और हाथो पर लक्ष केंद्रित करे और धीर धीरे ढीला छोड़ दे और Relax हो जाए। 
  • अब अपनी गर्दन और मस्तिष्क ध्यान दे।  गर्दन को ढीला छोड़ दे और मस्तिष्क को शांत कर दे। 
  • अब आप पूरी तरह से Relax हो गए होंगे। 
  • अब आप अपनी श्वास पर ध्यान केंद्रित करे।   पूरा ध्यान सासो पर ही लगाए रखे।  सासो की गहराईयो को महसूस करे। 
  • मन में कोई विचार न आने दे और पूरा ध्यान सासो पर लगाए। 

शवासन के लाभ :

  • शवासन का सबसे बड़ा फायदा यह है की आप को मानसिक और शारारिक शांति मिलेंगी। 
  • आप का तनाव खत्म होगा और आप fresh महसूस करोगे। 
  • हाई ब्लड प्रेशर ,अनिद्रा, सिरदर्द में बहोत ही फायदेमंद । 
  • एकाग्रता और स्मरणशक्ति बढेगे और पढाई में मन लगेगा। 
  • रक्त प्रवाह सुचारू रूप से प्रवाहित होने लगता है। 


सावधानी :

  • आप जहा भी शवासन करने वाले हो वहा कोई शोर नहीं और चाहिए। 
  • आप के आँखे बंद होनी चाहिए। 
  • जब भी हम योग करते है या व्यायाम करते है तो अंत में शवासन जरूर करना चाहिए।  

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